betel nuts health benefits|सुपारी खाने के फायदे
संस्कृत में सुपारी को पूग कहते हैं प्रकृति में यह भारी और रुखी होती है .आयुर्वेद के अनुसार, सुपारी एक बहुत अच्छी औषधि है। आप सुपारी के फायदे भिन्न-भिन्न रोगों की रोकथाम या इलाज में ले सकते हैं। शायद आप भी सुपारी खाने के फायदे के बारे में नहीं जानते होंगे।
सुपारी का स्वाद और प्रकृति (betel nuts health benefits|supari khane ke fayde)
ये मधु और कसाय रस होती है पृथ्वी और वायु मिलकर कसाय रस बनता है .कसाय रस कफ और पित्त की बीमारी में या जब शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ी हो खून निकल रहा हो या कोई लिक्विड बॉडी से निकल रहा हो तो ऐसे में कसाय रस शरीर में रोकने का काम करता है .बहुत ज्यादा ब्लीडिं या लुकोरिया की समस्या या मासिक धर्म में बहुत ज्यादा खून जा रहा हो उसमे फायदेमंद है | जिनको बहुत ज्यादा लूजमोसन हो रहा हो बहुत ज्यादा पसीना हो या गले में बार बार थूक आ रहा हो iइन सबमे कसाय रस फायदेमंद होता है |all-about-monthlye-cycle/
betel nuts health benefits|supari khane ke fayde
इसकी प्रकृति शीत है इसलिए ज्यादातर सुपारी गरम एरिया में पाई जाती है .सुपारी दो तरह की होती है कच्ची सुपारी पक्की सुपारी |कच्ची सुपारी कफ और पित्त की बीमारी में ज्यादातर उपयोगी होती है .जिनको भूख बहुत लगती है बहुत ज्यादा कफ है मुह से खट्टा कडवा पानी आता है इन सबमे कच्चा सुपारी उपयोगी है कफ पित्त की बीमारी में यह फायदेमंद है |अगर सुपारी को भुन कर उपयोग कर रहे है तो वो वात पित्त और कफ तीनो पर काम करती है .cancer and lifestyle according to Ayurveda|आयुर्वेद के साथ कैंसर से कैसे लडें
सुपारी के बाहरी उपयोग (external use of betel nut)
यह घाव को भरने में मदद करती है या कहीं से पानी जा रहा हो लुकोरिया में इसका पानी बनाकर उस जगह को साफ करने पर कसाय रस के कारन मदद करता है
सुपारी का तेल दर्द निवारक का काम करता है jamun benefits | jamun ke fayde
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सुपारी खाने के फायदे (internal use of betel nut )
पेट के कीड़ो में फायदा करती है| सुपारी के पाउडर में निम्बू डालकर खाने से पेट के कीड़ों को मारने का काम करती है 15-health-benefits of mango|aam khane ke faayde
मौखिक स्वास्थ्य के लिए सुपारी
सुपारी खराब मौखिक स्वास्थ्य के कारण दांत के बाहरी आवरण पर बनने वाले छिद्रों को रोकता है, जो अत्यधिक शर्करा वाले खाद्य पदार्थों के सेवन के परिणामस्वरूप होता है। जब लोग रात में अधिक चीनी का सेवन करते हैं तो कैविटी होने की संभावना बहुत अधिक होती है ।इसलिए शक्कर की जगह सुपारी खाने से कैविटी दूर होगी और दांत दर्द कम होगा।weightloss tea
शुष्क मुँह एक ऐसी स्थिति है जो मधुमेह के परिणामस्वरूप होती है । साथ ही फटे होंठ और मुंह से दुर्गंध आने का परिणाम शुष्क मुंह से होता है। सुपारी चबाने से, मुंह अधिक लार पैदा करता है, और शुष्क मुंह और संबंधित स्थितियों को प्रभावी ढंग से रोकने में मदद करता है।मुंह में छाले होने पर सुपारी, तथा बड़ी इलायची का पाउडर बना लें। उसमें शहद मिलाकर मुंह में लगाएं। इससे मुंह के छाले की परेशानी में लाभ होता है।सोंठ, सुपारी, अथवा मरिच, गोमूत्र, और नारियल के जल से काढ़ा बना लें। इससे गरारा करने से मुंह के रोग जैसे अधिजिह्वादि में लाभ होता है।Uric acid ayurvedic treatment
दागदार दांतों को हटाने के लिए सुपारी का इस्तेमाल
बहुत से लोग मुंह के पीलेपन नामक स्थिति से पीड़ित होते हैं। teeth whitening home made remedy यह तब होता है जब वे अत्यधिक कॉफी , चाय और अन्य पेय पदार्थ पीते हैं।खराब दंत स्वास्थ्य आसानी से किसी व्यक्ति में आत्मविश्वास को कम करता है। दांतों को धुंधला या पीला होने से बचाने के लिए सुपारी को जलाकर, पाउडर बना कर , सीधे दांतों पर मलना चाहिए और कुछ मिनटों के बाद मुंह को धोना चाहिए। नियमित रूप से इस आदत का अभ्यास करने से आपके दांतों की सफेदी बनी रहेगी।paan khane ke fayde aur nuksaan
मसूड़ों के संक्रमण को रोकता है
बहुत से लोग मसूड़ों के संक्रमण से परेसान होते हैं। वे एक कप पानी में सुपारी उबाल सकते हैं, और इस पानी का उपयोग मुंह को कुल्ला करने के लिए कर सकते हैं। ऐसा करने से मसूढ़ों की बीमारी, सूजन और दर्द कम होगा । मसूढ़ों के संक्रमण को कम करने का दूसरा तरीका यह होगा कि एक अखरोट को जलाकर राख ले लें। सुपारी को लौंग के पाउडर और कत्थे के साथ मिला लें और फिर इस मिश्रण को पानी में मिलाकर कुल्ला करना चाहिए।31 Laung health benefits|लौंग खाने के फायदे
महिलाओं के स्वास्थ्य को बनाए रखता है
महिलाओं को योनि से पीले रंग का स्राव हो सकता है , जिसे ल्यूकोरिया कहा जाता है। आमतौर पर, शरीर में एस्ट्रोजन का असंतुलन इस स्थिति की ओर ले जाता है। सुपारी हार्मोनल असंतुलन में सुधार करती है । इसके अलावा, मासिक धर्म शुरू होने से पहले सुपारी का सेवन करने से योनि में ऐंठन और पेट और योनि में दर्द कम होता है।जो महिलाएं मासिक धर्म संबंधी विकार से पीड़ित हैं, उन्हें सुपारी पाक का सेवन करना चाहिए। इससे मासिक धर्म के विकारों में राहत मिलती है।
अपच की समस्याओं से लड़ता है
अक्सर अपच के कारण मुंह में सूजन आ जाती है। सुपारी चबाने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है, अपच दूर होता है और भूख लगने में मदद मिलती है। पाचन कब्ज दूर करता है, और इस प्रकार पुरे स्वास्थ्य में सुधार करता है। अच्छा पाचन व्यक्ति को ऊर्जावान और खुश महसूस कराता है।पेट में कीड़े होने पर 10-30 मिली सुपारी के फल का काढ़ा बना लें। इसका सेवन करने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं। 5 मिली सुपारी के फल का रस पीने से भी पेट की बीमारी ठीक होती है। पेट की गंदगी मल द्वारा बाहर निकल जाती है।
सुपारी एनीमिया और रक्त शर्करा को ठीक करती है
शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया नामक स्थिति हो जाती है । इसके अलावा, रक्त प्रवाह में भोजन के खराब संश्लेषण से रक्त शर्करा का स्तर कम हो जाता है। सुपारी के नियमित सेवन से इन दोनों स्थितियों में काफी सुधार किया जा सकता है।
त्वचा रोग में सुपारी का उपयोग फायदेमंद (Supari Uses for Skin Disease in Hindi)
त्वचा रोग को ठीक करने के लिए सुपारी के फल को पीसकर लेप करें। इससे त्वचा के घाव, और त्वचा के अन्य विकार ठीक होते हैं।
एक्जिमा में सुपारी की भस्म में थोड़ा तिल का तेल मिला लें। इसमें थोड़ा घी मिला लें, और बीमार अंग पर लगाएं। इससे एक्जिमा में लाभ (supari benefits) होता है।
अगर त्वचा लाल हो गई हो, तो रात को सुपारी को उबलते हुए जल में भिगों दें। सुबह उस जल से त्वचा की लाली को धोएं। इससे त्वचा रोगों में लाभ होता है।शरीर के विभिन्न अंग जैसे नाक, कान आदि से खून बहने पर सुपारी के 2 ग्राम चूर्ण लें, और इतनी ही मात्रा में चन्दन के चूर्ण को मिला लें। इसे चीनी युक्त तण्डुलोदक के साथ पिएं। इससे रक्तपित्त में लाभ (supari benefits) होता है।