रागी के फायदे और नुकसान – Finger Millet amazing health Benefits

रागी (ragi) मडुआ व नाचनी के इसे अलग अलग नामों से जाना जाता है ये एक प्रकार का मोटा अनाज है। इसे millets की श्रेणी में रखा गया है । रागी को स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इसमें गेंहू व चावल के मुकाबले कई गुना ज्यादा पोषक तत्त्व  मौजूद होता है।साथ ही यह ग्लूटेन फ्री है। जिसकी वजह से आजकल काफी चलन में है रागी खाने के फायदे (ragi khane ke fayde) जानकर आप हैरान हो जाएंगे और इसे अपनी डाइट में शामिल करने के बारे में सोचने पर मजबूर हो जायेगे ।

विज्ञान के अनुसार रागी में पाए जाने वाले पोषक तत्त्व :

पोषणमात्रा – 100 ग्राम
फाइबर19.1 एमजी
कुल फिनोल102 एमजी
कार्बोहाइड्रेट72.6 ग्राम
कैल्शियम344 एमजी
फास्फोरस283 एमजी
आयरन3.8 एमजी
मैग्नीशियम137 एमजी
सोडियम11 एमजी
पोटेशियम408 एमजी
कॉपर0.47 एमजी
मैग्नीज5.49 एमजी
ज़िंक2.3 एमजी
राइबोफ्लेविन
0.19 एमजी
नियासिन1.1 एमजी

इसे अंग्रेजी में फिंगर मिलेट (finger millet) कहा जाता है, रागी एक फाइबर युक्त ग्लुटन free अनाज है जिसमें एमिनो एसिड एवं प्रोटीन की भरपूर मात्रा पायी जाती है। इसमें फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, फास्फोरस, कैल्शियम, कैरोटीन के साथ-साथ आयोडीन की भी पर्याप्त मात्रा पायी जाने के कारण ये स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा है

रागी की प्रकृति आयुर्वेद के अनुसार :

रागी की तासीर गर्म होती है | इसलिए ये कफ से सम्बधित रोगों में काफी फायदेमंद है इसकी मात्रा 20 से 30 ग्राम एक समय में इस्तेमाल कर सकते हैं । कुछ लोग इसकी दलीया बनाकर खाना पसंद करते है कुछ लोग इसका रोटी बनाकर खाना पसंद करते है इसकी रोटी थोड़ी काले रंग की बनती है |

कोलेस्ट्राल को नियंत्रित करता है रागी

जिनका खराब कोलेस्ट्राल बढ़ा हुआ है और अच्छा कोलेस्ट्राल कम है उनके लिए रागी का उपयोग बहुत फायदेमं है यह गुड कोलेस्ट्राल को बढाता है ।

कैल्शियम से भरपूर है रागी

रागी (मडुआ) फिंगर millets कैल्शियम के सबसे अच्छे स्रोत में से एक है। किसी भी अनाज में रागी जितना कैल्शियम नहीं पाया जाता है। आटा और चावल के मुकाबले इसमें 20-30 गुना ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है। National Institute of Nutrition के अनुसार 100 ग्राम रागी में 344 mg कैल्शियम पाया जाता है, जो कैल्शियम की एक बहुत अच्छी मात्रा है।रागी हमारे शारीर में कैल्शियम की कमी को पूरा कर्मणे में बहुत सहायक है जिनको कैल्शियम की कमी उनको रागी का सेवन रोज जरुर करना चाहिए |

दिमाग को शांत करता है रागी

जिन लोगो को गुस्सा चिडचिडापन और टेंशन बनी रहती है हमेसा परेसान रहते है depression में हो जाते है नींद नही आती है ऐसे लोगो के लिए रागी बहुत फायदेमंद है इनके अंदर बहुत अच्छी मात्र में एंटी oxident पाया जाता है जो दिमाग की नसों को रिलैक्स करता है दिमाग को ताक़त देता है और खुश्की को दूर करता है चिडचिडापन गुस्सा और तनाव से मुक्ति दिलाता है अच्छी गहरी नींद आती है ।

माइग्रेन सर दर्द में फायदेमंद है रागी

जिन लोगो को हमेसा सर में दर्द बना रहता है नसे फडकती है जिनको माइग्रेन है उनके लिए रागी बहुत फायदेमंद है जो लोग कब्ज से परेसान रहते है उनके लिए रागी बहुत ही फायदेमंद होता है ये हमारी छोटी अंतड़ियों और बड़ी अंतड़ियो की खुश्की को दूर करता है जब खुश्की चली जाती है तो आहार धीरे धीरे पच जाता है और सुबह एक बार में पेट साफ़ हो जाता है ।

मोटाप् दूर करता है रागी

मोटापे से जो लोग परेसान है उनके लिए रागी का आटा या दलिया के इस्तेमाल से उनके शरीर में जो एक्स्ट्रा फैट जमा हुआ है वो हट जाता धीरे धीरे क्योकि रागी हमारे शारीर में जो एक्स्ट्रा फैट जमा हुआ है उसको बाहर निकालने में मदद करती है .मोटापा घटाने में रागी बहुत ज्यादा मदद करता है।

मधुमेह में फायदेमंद है रागी

जिनको शुगर बढ़ा हुआ है उन लोगों को गेहू रागी और चना का आटा मिलाकर सुबह शाम इसकी रोटी खाने से खून में मौजूद शुगर को कण्ट्रोल करने में मदद करता है

बच्चों की लम्बाई बढ़ाने में सहायक है रागी

जिन बच्चो की हाईट बढनी बंद हो जाती है और जिन बुजुर्ग लोगों की हड्डिया कमजोर हैं या आजकल तो जवान लोगों की भी हड्डियां कमजोर हो जा रहीहैं उनके लिए रागी का सेवन करना फायदेमंद है रागी में बहुत अधिक मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो बच्चों की हाईट बढ़ाने में भी सहायक है और हड्डियों को मजबूत बनाने में भी ।

कमर दर्द में फायदेमंद है ।

महिलाओं को कमर दर्द और मोटापे में भी बहुत फायदेमंद हैं विटामिन D और कैल्शियम का अच्छा सोर्स है रागी इनसे न सिर्फ हड्डियां ,मजबूत होती बल्कि ये बच्चो की लम्बाई भी बढ़ जाती है । यह हड्डियों को ताक़त देती है । ।

एनीमिया खून की कमी में रागी के फायदे

जिनके शारीर में खून की कमी है चेहर शरीर पीले रंग का हो जाता है तो रागी की दलीया और रोटी बनाकर खा सकते है रागी खून की कमी को दूर करता है क्योकि रागी में लौह तत्त्व अच्छी मात्र में पाया जाता है।

उच्चा रक्त चाप में रागी के फायदे

उच्चा रक्त चाप में जब हमारी शरीर की नसें और नाडिया कमजोर हो जाती है या नसे नाडिया सख्त हो जाती है तो ज्यादा तनाव और दबाव नही झेल सकती है उसमे दिल की लकवे की और तरह तरह की बीमारी हो जाती है । ऐसे रोग में रागी का उपयोग हमारे नसों और नाड़ियो को पोषण देता है और उनमे लाचिलापन बनाये रखता है। जब हमारी नसे और नाडिया मजबूत बनी रहेगी और हमारा B .P कण्ट्रोल में रहेगा ।

त्वचा के लिए रागी के फायदे ।

जिनलोगो को बार बार चेहरे पर पिप्मले होते है काले दाग होते है उनके लिए रागी भुत फायदेमंद है समय से पहले झुर्रियां नही पड़ती है दाग धब्बे नही पड़ते शारीर पर स्किन एकदम जवान बनी रहती है एजिंग की प्रकिया स्लो हो जाती है इस तरह से रागी एंटी एजिंग का भी काम करती है क्यों की ये एक तरह से रासायन का कम करती है आयुर्वेद में टोनिक जो पोषण दे उसे रासायन कहा गया है।

जच्चा बच्चा के लिए रागी के फायदे

जो महिलाये दूध पिलाती है बच्चो को उनके लिए रागी का दलीया और रोटी का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद है क्योकि इसमें एमिनो एसिड पाया जाता है लौह तत्त्व और कैल्शियम पाया जाता है जो जिससे दूध की मात्र बढ़ जाती है और माँ बच्चे दोनों को अच्छा पोषण मिलता है ।

बच्चो को दांत निकलने के समय फायदेमंद

छोटे बच्चो को जब दांत निकल रहे हो तो उनको रागी का दलिया देना बहुत फायदेमं दोता है क्योकि इसके अंदर अच्छी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है । जिस वजह से दात भी आसानी से और मजबूत निकलते हैं और बच्चो को दस्त वगैरह भी नही होता उस समय

जिनलोगों का मुह बहुत सूखता है बार बार पानी पिते रहते है फिर भी प्यास लगती है हाथ पैर से आग जैसे निकलना महसूस होता है हाथ पैर में पसीना आता है उन लोगों को रागी की कांजी बहुत फायदेमंद होती है रागी की कांजी पिने से मुह सुखना हाथपैर से पसीना आना जलन होना in सब समस्या से बहुत जल्दी छुटकारा मिल जाता हैं।

थकावट और कमजोरी में रागी फायदेमंद है ।

जिनलोगो को हमेसा थकावट सी महसूस होती है और हमेसा आलस आता है हमेसा कमजोरी महसूस होता आलस की वजह से काम टालते है ऐसे लोग रागी की दलीय गुड के साथ या काकवी या शक्कर के साथ स्रवादानुसार डालकर उपयोग करते है तो इसमें बहुत सारे विटामिन और पोषक तत्त्व होते है जो शरीर में चुस्ती फुर्ती बनाये रखते हैं .हमेसा शरीर एकदम एक्टिव रहता है ।

कफ दोष में रागी के फायदे

जिन लोगों का कफ प्राकृति की शरीर है खान पान असंयमित होने से कफ दोष बिगड़ जाता है और कफ की समस्या गले में शरीर में जोड़ों में या शरीर में ढीलापन महसूस होता है ऐसे लोग को रागी का दलीय या रागी के आटे की बनी रोटी का सेवन रोजाना करने से कफ संतुलित हो जाता है

इन्फेक्शन में रागी के फायदे

आज के समय में प्रदुषण फंगल इन्फेक्शन बैक्टीरिया बहुत सारे रोग हमे परेसान करते रहते है तो ऐसे में शरीर में बहुत सारे विषैले पदार्थ खान पान की वजह से हो जाते है तो हफ्ते में तिन बार रागी का कांजी पिने से मूत्र के जरिये शारीर के टोक्सिन बाहर निकल जाते है ।

dandruff में रागी के फायदे

जिनलोगो को dandruff की समस्या होती है ऐसे में रागी को पीसकर बालों की जड़ों में लगाकर 30 मिनट बाद धो दें और ऐसा हफ्ते में तीन बार करें तो बलोबलो का dandruff खतम हो जाता है और दुबारा नही होता है

दमाँ में रागी के फायदे

जिन लोगो को दमाँ की बीमारी होती है फेफड़े कमजोर हो गये है सुजन है कमजोरी है इन्फेक्शन है तो वो लोग रागी की दलीया या रोटी खाने से इस रोग मेंबहुत सहायत मिलती है

आंतो की सुजन में फायदेमं है रागी

जिनकी आंतो में अमासय में सुजन हो जाती है जिसकी वजह से पेट में दर्द होता है तो ऐसे लोगो को रागी का दलिया सुबह नाश्ते में उपयोग करने से अमाशय में आँतों में सुजन की शिकायत नही होती और पेट दर्द में बहुत अच्छा लाभ मिलता है ।

दाद खुजली में रागी के फायदे

जो लोग हमेसा खारिश खुजली से परेशान रहते हैं दाद की शिकायत या एक्सिमा या कुष्ठ की शिकायत होती है ऐसे लोग त्वचा से सम्बन्धित रोगों में बहुत फायदेमं है । रागी का दलीय सुबह नाश्ते में इस्तेमाल करते है तो त्वचा से सम्बन्धित शिकायत में बहुत फायदेमंद होता है ।

दिल की बीमारी में रागी के फायदे

दिल की बीमारी से परेशान रहते है घबराहट होती है साँस लेने में परसानी होती है तो रागी दिल की बिमारियों में भी बहुत से लोगो को रागी के आटे की रोटी खाना चाहिए दिल की नसों नाड़ियों को मजबूत बनाये रखता है और उनमें खून का दौरा बनाये रखते है दिल को मजबूत रखता है ।

पेट के कीड़े में रागी के फायदे

जिनके पेट में कीड़े हो जाते है उनके लिए रागी के दलिया का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है यह पेट के क्रीमी को खत्म करने का काम भी करता है ।

मासिक धर्म सेसंबंधित समस्या में रागी फायदेमंद है

जिन महिलाओ का मासिक धर्म खुल कर नहीं आते या फिर समय से नही आते है कभी कभी बिना दवाई खाए मासिक धर्म आता ही नही . ऐसे महिलाओं रागी के रोटी या दलीय का उपयोग सुबह शाम करेगे तो मासिक धर्म से सम्बंधित सभी तरह के विकार को खत्म करेगा ।

रागी के नुकसान

जिनके गुर्दे में पथरी है उनको रागी का इस्तेमाल नही करना चाहिए । रागी का अधिक मात्रा में सेवन करने से किडनी में पथरी की समस्या हो सकती है। इसमें कैल्शियम की मात्रा मौजूद होती है जिससे हमारे शरीर में ऑक्सेलिक एसिड की मात्रा बढ़ सकती है। ऐसे में पथरी की समस्या से जूझ रहे लोगों को रागी के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।

जिनका पित्त वाला शरीर है उनको रागी का उपयोग नही करना चाहिए जी जिनके पेट में हमसा गर्मी रहती है उनके लिए नुक्सान दायक होता हियो रागिम

रागी को खाने का सही समय क्या है

इसको किसी भी समय इस्तेमाल कर सकते है पर ज्यदातर लोग सुबह या दोपहर को खाना पसंद करते है

रागी की प्रकृति क्या है

गरम

रागी किसको नही खानी चाहिए

पित्त प्रकृति वालों को रागी नही खानी चाहिए

Leave a Reply