fatty liver ayurvedic treatment |फैटी लीवर (Fatty Liver) का 100% रामबाण उपायफैटी लिवर के लक्षण, कारण और बचाव के घरेलू उपचार

लीवर हमारे शरीर का एक प्रमुख अंग है। यह हमारे शरीर में भोजन पचाने से लेकर पित्त बनाने तक का काम करता है। लीवर शरीर को संक्रमण से लड़ने, ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने, शरीर से विषैले पदार्थो को निकालने, फैट को कम करने तथा प्रोटीन बनाने में अहम भूमिका अदा करता है। ज्यादा भोजन करने भूख से ज्यादा भोजन करने वसा वाली चीजें आवश्यकता से अधिक खाने । डब्बाबंद चीजें खाने फास्ट फूड खाने से लिवर के रोग होने की संभवन बढ़ जाती है

फैटी लीवर क्या है? (What is Fatty liver?)

फैटी लीवर दो प्रकार के होते हैं-

1- एल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज (Alcoholic Fatty Liver disease)- शराब का अत्यधिक सेवन करने से fatty लिवर की समस्या होती है इसे एल्कोहलिक फैटी लीवर कहा जाता है एल्कोहॉल का अधिक सेवन लीवर पर फैट जमा होने का एक कारण है। शराब का ज्यादा सेवन करने से लीवर में सूजन आ सकती है तथा लीवर खराब हो सकती है।

2- नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज (Non-Alcoholic Fatty liver disease or NAFLD)- खराब लाइफस्टाइल खराब दिनचर्या ज्यादा वसा वाला भोजन एवं अनुचित रहन सहन खान पान के कारण व्यक्ति में मोटापे एवं डायबिटीज की समस्या होने लगती है जो कि फैटी लीवर होने में बड़े कारण है। अगर आप शराब नही ले रहे हैं फिर भी इन स्थितियों में फैटी लीवर होने की पूरी संभावनारहती है।

कुछ लोगों मे कोई लाच्छन नहीं दिखता कुछ लोगों मे लच्छन दिखते है जैसे पेट फूलन भोजन ठीक से न पचना, भूख न लगना, खाने का मन न करना, थकान होना, वजन ज्यादा होना, कुछ लोगों मे वजन कम होता है पर पेट पर चर्बी होती है |Know your body type in ayurveda

आयुर्वेद मे सबसे ज्यादा फोकस किया गया है दिनचर्या और ऋतुचर्या पर । अगर किसी को स्वस्थ रहना है तो उसे दिचार्य और ऋतुचर्या का पालन करना चाहिए उसके बाद ही किसी बीमारी का इलाज बताया गया है और ज्यादातर बीमारियाँ हमारे खराब दिनचर्या ऋतुचर्या को फॉलो न करने से ही होती है हमारे खराब लाइफस्टाइल खराब खान पान से होती है । Kaph dosh prakriti

अगर हम आयुर्वेद की दिनचर्या फॉलो करे तो ये रोगों को होने से रोकेगा भी और बीमारियों को ठीक भी करेगा।

fatty liver में सोने उठने का समय

अगर हम समय से उठते हैं समय से सोते हैं तो ये हमारे तीनों दोषों को बैलन्स रखता है । जबकि अगर रात को देर से सोते है तो वात और पित्त दोष बढ़ते है और सुबह देर से उठते है तो कफ दोष बढ़त है और अगर नींद अच्छे से लेगे तो भोजन का पाचन भीअच्छे से होताहै जबकि नींद ठीक से नहीं लिया तो हमारा पाचन भी ठीक नहीं होगी इस तरह से सोने उठने के नियम से हम अपनी अग्नि को ठीक कर सकते होई दोषों को बैलन्स कर सकते हैं पित्त प्रकृति के शारीरिक मानसिक लक्षण समस्याएं

fatty liver में भोजन का नियम

शाम का खान हमेशा सूर्यास्त तक ले यानि ज़्यादा से ज्यादा 7 से 7:30 तक लें ताकि पाचन ठीक से हो अगर भोजन देर से लेते है तो इसको पचाने वाली अग्नि मंद होती है । जिसकी वजह से जो भोजन है वो अच्छे से पचेगा नहीं और जब भोजन अच्छे से पचेगा नहीं तो ये जमा होगा और metabolism को कमजोर करेगा फैट बढ़ाएगा वजन बढ़ाएगा और fatty liver होगा । ऐसे में इतनी सारी दिक्कत होने के बाद दवा करने से बेहतर है पहले से ही हम अपनी दिनचर्या को सुधार लें । पित्त दोष समस्या समाधान

अपनी प्रकृति जानें

हर व्यक्ति को अपनी प्रकृति जाननी चाहिए |हर व्यक्ति की प्रकृति अलग अलग होती है कोई वात प्रकृति का होता है कोई कफ प्रकृति का होता है कोई पित्त प्रकृति का कुछ लोग मिक्स प्रकृति के भी होते हैं | आयुर्वेद हमेशा व्यक्ति की प्रकृति देखकर ही इलाज बताता है तो आपको अपनीप्रकृति के बारे में जनना चाहिए प्रकृति पर मेरा आर्टिकल लिखा हैआप इसे पढ़ कर अपनी प्रकृति के बारे में जान सकते हैं । VAAT PRAKRITI|वात प्रकृति शारीरिक,मानसिक लक्षण समस्या उपचार

Fatty liver में भोजन कब करें

सुबह जब पेट अच्छे से साफ हो जाए खुलकर भूख लगे तब वो खाने का सही समय है नॉर्मली खाने का सही समय पितकाल मे है सुबह 10 से 2 बजे तक पित्तकाल का समय है इस समय भोजन अच्छे से पच जाता है हमारी अग्नि बलवान होती इस समय जो भी भोजन करते है हम उसका अच्छे से पाचन होता है ।

fatty liver में स्ट्रेस managment करें चिंता से बचे ।

कहा गया है चिंता चित समान है । अगर आप बहुत ज्यादा चिंता करते हैं तो आपका पाचन बिगड़ जाता है और लिवर मे गड़बड़ी आने लगती है

Fatty liver में प्राणायाम योग व्यायाम पादअभ्यंग मन को शांत रखें

रोज योगया करें प्राणायाम करे और पैरों मे मालिश जरूर करे पर के तलवे में मालिश जरूर करीं

Fatty liver में बॉडी डीटाक्स करें

लंघन जिसे व्रत कहते है सामान्य भाषा में । परंतु ये intermittent फस्टिनग नहीं है इसमें आप जब शाम का भोजन 7 य 7:30 तक लेते है तो दूसरे दिन जब तक खुलकर भूख न लगे न खाए । विरुद्ध आहार|viruddha ahar |wrong food combination |

Fatty liver में शोधन य पंचकर्म

किसी भी पंचकर्म केंद्र पर जाकर आप सोधन पंचकर्म चिकित्सा कर सकते है इसमे पूरे बॉडी की सफाई हो जाती है ।

fatty liver में कैसा भोजन करें

लिवर से संबंधित बीमारी में लघु गुणात्म जो पचने मे हल्का हो वे भोजन करना चाहिए । और जो पित्त रसात्मक हो जो कडवे स्वाद की चीजें है उसे अपने खाने में जरूररखें । दीपन करने वाली जठराग्नि बढ़ाने वाली चीजें खाने में जरूर रखे रागी के फायदे और नुकसान – Finger Millet amazing health Benefits

खान पान

Fatty liver में अनाज

जिनका वजन ज्यादा है खाने मे जौ की रोटी ले सकते है ये कफ को कम करेगी हल्का भोजन हो वो लें जौ की रोटी ले गेहू की रोटी का पराठा पूरी न ले रोटी ले सकते है पुराना चावल ले अगर चावल पुराना नहीं है तो उसे गरम कर लें कड़ाही में हल्का स सेंक लें कड़ाही मे तब ले। जौ के फायदे आयुर्वेद के अनुसार । barley health benefits

लाल चावल का सेवन भी कर सकतेहै और चावल हमेशा खुले बर्तन मे पकाये कुकर मे नहीं vitamin D3 calcium deficiency| विटामिन डी की कमी क्या है कारण, लक्षण, भोजन और उपचार

Fatty liver में दाल

दाल मे मूंग की दाल ले चने की दाल छोले मटर राजमा पचने मे भारी है उसे अवॉइड करे । लिकोरिया कितने प्रकार का होता है|types of leukorhia

Fatty liver में सब्जी

करेले की सब्जी शहजन की सब्जी परवल कद्दू वगैरह ही सब्जी ले सकते है बारिश के मौसम में खराब पाचन क्यों होता है और कैसे ठीक करे? Ayurvedic Home Remedy For Indigestion

गरम मसाला ले सकते है पर बहुत ज्यादा मसाला का सेवन न करें परंतु कुछ मात्र में ले क्योंकि गरम मसाला दीपन पाचन करते है

खाने में छाछ ले सकते है दही को अवॉइड करें घर मे बना फ्रेश बटरमिल्क लेले जीरा पाउडर डालकर ले सकते है

Fatty liver में औषधि

पुनर्नवा लिवर के सभी विकारों मे बहुत फायदेमंद औषधि है इसकी पत्तों की सब्जी भी ले सकते है पुनर्नवा का क्वाथ बनाकर आप ले सकते है । पुनर्नवा की क्वाथ आप मार्केट से ले सकते है

आवले का सेवन आप कर सकते है भूमि आवल भी बहुत अच्छी औषधि है लिवर की आप ले सकते हैं ।

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