homemade citrus enzyme for plants growth
अक्सर हम जानकारी के आभाव में बहुत से ऐसे चीजें कचरे में फ़ेंक देते है। जिनका उपयोग अगर सही तरीके से किया जाये तो अपके घर का कचरा सोना बन जाएगा। homemade citrus enzyme for plants growth and cleaner
फल तो हम सभी के घरों में खाया जाता है खाश तौर पर निम्बू तो हर घर मे आता ही है ।उन फलों के छिलकों को हम कचरे में फेंक देते है जबकि उनको हम खाद बनाकर ब्यूटी प्रोडक्ट बनाकर और पौधों के लिए एंजाइम बनाकर उपयोग कर सकते है।
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आज के इस आर्टिकल में हम बतायेगे आपको फलों के छिलकों का बायोएंजाइम कैसे बनाना और उनका उपयोग हम आपने बगिया में पौधों पर और घर में कैसे कर सकते है ।
आज खट्टे फलों के छिलके का बायो एंजाइम बनाना सिखेगे और उनका पौधों पर और फर्श क्लीनिंग में कैसे उपयोग करेंगे इसके बारे में भी जानेंगे
तो आइये पहले एन्जाइम बनाना सीखते है और उसे कब कैसे कितना उपयोग करना है जानेंगे।
homemade citrus enzyme for plants growth and cleaner
बायोएन्जाइम बनाने के लिए सामग्री:
संतरे का छिलका या निम्बू का छीलका
गुड
पानी
एक एयर टाइट प्लास्टिक की बोतल
बनाने की विधि:
सबसे पहले 2 लिटिर की कोई भी बॉटल आप चाहे तो पानी की बोतल सबके घर में उपलब्ध होती है उसे ले सकते है । हमें संतरे क छिलकों से आधा बोतल को भर लेना है ।
फिर उसमे 100 ग्राम गुड डालना है उसके बाद बोतल को 80% तक पानी से भर देना है ध्यान रहे बस 80 % तक 20%तक का हिस्सा खली रखना है बोतल का ।
ऐसा इसलिए करना है क्योकि एंजाइम बनने की प्रक्रिया में जब farmantration शुरू होगी तो बोतल में गैस बनना शुरू हो जायेगा अगर 20 % हिस्सा खाली नही रहेगा तो बोतल फट जाएगी . एंजाइम बनाने की प्रक्रिया में आपको शुरुवात में 1 हफ्ते बोतल को सुबह शाम दोनों टाइम हल्का सा ढक्कन ढीला करना है ,ताकि जो ज्यादा गैस हो वो बहर निकल जाये .
एक हफ्ते बाद आप एक टाइम भी ये प्रक्रिया अपना सकते हैं .फिर उसके एक हफ्ते बात एक दिन छोर कर फिर उसके एक हफ्ते बाद दो दिन में एक बार धीरे धीरे ये अवधी बढ़ा सकते है, क्योकि गैस बनना कम हो जायेगा
शुरुवात में गैस ज्यादा बनती है तो बोतल के फटने की संभावना ज्यादा रहती है ये एंजाइम आपका वैसे तो 90 दिन में तैयार हो जायेगा पर बहुत अच्छा परिणाम चाहिए तो 90 से 120 दिन सबसे अच्छा रहेगा.
120 दिन में सारी चीजे गलकर तली में बैठने लगेगी बोतल की .फिर हमें उसे छानकर किसी प्लास्टिक की बोतल में भर लेना है जिस बोतल में भरेगे एंजाइम उसमे भी 20 % जगह छोड़ देनी है ताकि गैस बने तो बोतल फटे ना ।बचे हुए भाग को मिटटी में मिला सकते है वो भी एक खाद का काम करेगा
कैसे उपयोग करना है
पौधों में एंजाइम का उपयोग ।
1 लीटर पानी में 5से 10 ml उपयोग कर सकते है 21-22 दिन के गैप पर ही ये पानी पौधों में डालें.इनको पौधों पर स्प्रे भी किया जा सकता है इससे पौधों की खूबसूरती भी बनी रहेगी और पौधों को पोषण भी मिलेगा .
एंजाइम के पौधों पर स्प्रे और मिटटी में उपयोग से पौधों में फलों और फूलों की मात्रा बढ़ जाती है पौधों की ग्रोथ बहुत अच्छी हो जाती है .
इसके स्प्रे से पौधों में कीटनाशक का काम करता है ।पौधों को किसी भी तरह क फंगल इन्फेक्शन को ख़तम करता है ।मिटटी को उपजाऊ बनता है
और मिटटी में अच्छे बक्टिरिया की वृद्धि करता है जो की पौधों की स्वास्थय के लिए बहुत ही अच्छा है .
घर में एंजाइम का उपयोग ।
ये एंजाइम सिर्फ पौधों के लिए ही अच्छा नही है ।ये किसी भी ब्रांडेड क्लीनर से ज्यादा शक्तिशाली है .आजकल इस महामारी का दौर में और भी ज्यादा लाभकारी है अगर आपके पास कोई क्लीनर नही है तो आप इसका उपयोग रसोई की सेल्फ साफ करने फर्श साफ़ करने,में भी उपयोग कर सकते है ।इस खट्टे फलो के छिलकों का एंजाइम ही घर में उपयोग कर सकते है क्योकि उसमे खराब दुर्गन्ध नहीं आती है इनकी खुशबु बहुत ही अच्छी होती है
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