how to grow baby corn at home|बेबी कॉर्न गमले में कैसे उगायें

बेबी कॉर्न का उपयोग आजकल बढ़ गया है ये लोगो की पसंदीदा सब्जी बनती जा रही पर हर जगह आसानी से मिलती नही है |और ये काफी महंगे भी मिलते है |आज इस लेख में आपको हम बतायेगे कैसे बेबी कॉर्न गमले में कैसे उगायें और अपने होम garden में लगाकर हम इसका आनंद ले सकते है |जी हा बेबी कॉर्न को जमीन और गमले दोनों में आसानी से लगाया जा सकता है बेबी कॉर्न के अंदर कार्बोहाइड्रेड, कैल्सियम, प्रोटीन और विटामिन होता है. वहीं इसे कच्चा या पका कर भी खाया जा सकता है. अपने इन गुणाें की वजह से बेबी कॉर्न ने अपना एक बाजार विकसित किया है असल में बेबी कॉर्न मक्के की प्रारंभिक अवस्था है, जिसे अपरिपक्व मक्का या शिशु मक्का भी कहा जाता है. मक्के की फसल में भुट्टा आने के बाद एक निश्चित समय में इस तोड़ना होता है.alovera use in garden

मक्का की कई किस्में ऐसी हैं (स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न इत्यादि) जो दैनिक जीवन में सामान्यतः रोज उपयोग की जा रही हैं, जिन्हें आप भी कुछ टिप्स फॉलो करके अपने घर पर गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं तथा इनका उपयोग रसोई घर में खाना या अन्य पकवान बनाने के लिए कर सकते हैं। इस लेख में आप बेबी कॉर्न को घर पर कैसे लगाएं ,बेबी कॉर्न गमले में कैसे उगायें के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे। बेबी कॉर्न को कब और कैसे लगाया जाता है, इसे लगाने की विधि तथा देखभाल के तरीके इत्यादि जानकारी पाने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।21 permanent flowering plants (2)

बेबी कॉर्न की प्रजाति का चयन बेबी कॉर्न गमले में कैसे उगायें

बेबी कॉर्न की प्रजाति का चयन करते समय भुट्टे की गुणवत्ता को ध्यान में रखना चाहिए। भुट्टे के दानों का आकार और दानों का सीधी पंक्ति में होना चयन में एक समान भुट्टे पकने वाली प्रजाति जो मध्यम ऊंचाई की अगेती परिपक्व (55 दिन) हों, उनको प्राथमिकता देनी चाहिए। भारत में पहला बेबी कॉर्न प्रजाति वीएल-78 है। इसके अलावा एकल क्रॉस हाईब्रिज एचएम-4 देश का सबसे अच्छा बेबी कॉर्न हाइब्रिड है। वीएन-42, एचए एम-129, गोल्डन बेबी (प्रो-एग्रो) बेबी कॉर्न का भी चयन कर सकते हैं।  मकई की अनेक किस्में होती हैं, जो बनावट, और स्वाद आदि में बहुत अलग होते हैं। आप विभिन्न प्रकार के मकई को घर में आसानी से उगा सकते हैं। नर्सरी से लाने के बाद आखिर क्यों मर जाते है पौधे ?

  1. स्वीट कॉर्न
  2. फ्लिंट कॉर्न
  3. आटा मकई
  4. पॉपकॉर्न

घर में कंटेनर में मकई लगाने के लिए उसकी किस्मों का ध्यान रखना जरूरी है 19 Herbal plants for home garden

गमलो के बेबी कॉर्न की किस्में

हाल ही में, कुछ बीज कंपनियां आपके क्षेत्र में उगाने के लिए विशिष्ट, कंटेनर मकई के बीज बेच रही हैं।बर्पी के ऑन डेक से लेकर गुर्नी की यूटोपिया किस्मों तक, इन्हें विशेष रूप से कंटेनरों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।15 fruit plant in pot

बेबी कॉर्न लगाने के लिए गमले का चुनाव

अपने home garden में या टेरेस garden में मकई उगाने के लिए सबसे पहले हमें गमले कंटेनर का चुनाव करना होता है बीज को कंटेनर में लगाने के लिए सबसे पहले आप सही कंटेनर और जगह का चयन करें। वह कम से कम 12 इंच (30.5 सेंटीमीटर) चौड़ा और 12 इंच (30.5 सेंटीमीटर) से अधिक गहरा हो।अब आप 50% कोको-पीट और 50% वर्मीकम्पोस्ट (केंचुआ खाद या गोबर) लें और दोनों को अच्छी तरह से मिला लें।  आप चाहे तो मिटटी भी मिला सकते है 50 %मिटटी 50 % केचुवा खाद का मिश्रण तैयार क्र सकते है अपनी सुविधानुसार | बेबी कॉर्न की जड़ें उथली होती हैं, इसलिए आप उन्हें 10-12 इंच के गमले में आसानी से उगा सकते हैं। एक गमले में 4-6 पौधे बहुत अच्छे होंगे। इसके परिणामस्वरूप प्रति कंटेनर भरपूर फसल होगी।मकई को मिट्टी की जरूरत होती है जो नमी बरकरार रखती है; यह बहुत जल्दी सूखना नहीं चाहिए। पॉटिंग मिक्स हो जाने के बाद बीज को लगाना शुरू करें। बीज बोने के बाद, अब बारी आती है पौधे में पानी डालने की। तो अब आप उचित मात्रा में गमले में अच्छी तरह से पानी डाल दें।अब आपका पौधा पूरी तरह से तैयार है। ध्यान रहे कि गमला सूखा ना रहे। 27 Hanging plants name

कंटेनर में मकई की देखभाल

कंटेनरों में मकई की देखभाल में कोई परेशानी नहीं ही । मकई को पुरे दिन की धुप और गर्म मिट्टी की आवश्यकता होती है, इसलिए एक ऐसे जगह पर गमला रखें जहाँ पुरे दिन की धुप या छह या अधिक घंटे की धुप मिलती रहे है, एक दीवाल के पास रख दे जो गर्मी को बनाए रखेगा और प्रकाश को प्रतिबिंबित करेगा.

पौधों को 2 फीट लंबा होने के बाद 10-10-10 फर्टिलाइजर के साथ नियमित रूप से सुबह पानी दें। शाम को मकई को फिर से पानी दें। लकड़ी के चिप्स, अख़बार या घास की कतरनों के साथ पौधों के चारों ओर मल्चिंग करना भी पानी को रोकने में सहायक होता है .

बुवाई का समय:

खासकर उत्तर भारत में दिसम्बर एवं जनवरी महीनों को छोड़ कर सालों भर  बेबी कॉर्न की बुवाई की जा सकती है | उत्तरी भारत में मार्च से मई माह तक बेबी कॉर्न की माँग अधिक होती है | इसके लिए जनवरी माह  के अंतिम सप्ताह में बुवाई करना उपयुक्त होता है | दक्षिणी भारत में इसे सालों भर  उगाया जा सकता है |  अतः बाजार में बेबी कॉर्न की माँग के समय को ध्यान में रखते हुए किसान बुवाई करें तो अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है |

बेबी कॉर्न कब लगाई जाती है

साधारणतया बरसात में लोग बेबी कॉर्न की बुवाई करते हैं | वैसे आप होम गार्डन में बेबी कॉर्न के बीज किसी भी मौसम में लगाए जा सकते हैं बुवाई के लिए बिज को लगभग लगभग 1 -1½ इंच जैविक खाद युक्त रेतीली दोमट मिट्टी में दबाना होता है इसके लिए पूर्ण सूर्य प्रकाश या आंशिक की जरूरत होती है | बिज अंकुरण में लगभग ७ से १४ दिन तक लग सकते है और बुवाई के लिए तापमान लगभग 22°C – 30°C के मध्य उपयुक्त माना जाता है | लेकिन बेबी कॉर्न की कुछ किस्में ठण्ड के प्रति संवेदनशील होती हैं, इसीलिए ठण्ड का खतरा बीत जाने के बाद जब मिट्टी गर्म हो तब आप बेबी कॉर्न को लगा सकते हैं।

,बेबी कॉर्न के बीज लगाने के लिए मिट्टी अच्छी तरह से सूखी और उपजाऊ होनी चाहिए।

बीज लगाने के लिए आप दोमट मिट्टी (मिट्टी व रेत का मिश्रण) या मिटटी कोकोपिट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। 27 summer flower list

5.5 से 7 PH मान वाली मिट्टी बेबी कॉर्न के बीज लगाने के लिए उचित होती है।summer vegetable list to grow in feb to april

गमले में बेबी कॉर्न के बीज लगाने की विधि – How To Grow Baby Corn Seeds In Pots In Hindi

बेबी कॉर्न (baby corn) के पौधे की जड़ें बेहद कमजोर होती हैं और ये किसी भी प्रकार के तनाव को सहन नहीं कर पाती, इसीलिए इसे कोसिस करी की डायरेक्ट मेथर्ड से लगायेन । अपने घर पर गमले की मिट्टी में बेबी कॉर्न के बीज लगाने के लिए निम्न विधि अपनाएं, जैसे:how to care for rose plant

बेबी कॉर्न बिज लगाने के लिए कम से कम 12 x 12 इंच या इससे बड़े आकार के गमले या ग्रो बैग का चुनाव उचित रहेगा| फिर गमले में तैयार की हुई मिट्टी भरें, मिट्टी भरते समय गमले को ऊपर से 1-2 इंच खाली छोड़ें।तैयार मिट्टी में बीजों को 1 -1½ इंच की गहराई में तथा दो बीजों को एक दूसरे से 6-12 इंच की दूरी पर लगायें।अब लगाए हुए बीज को मिट्टी से अच्छी तरह ढक दें। ताकि बिज बाहर न आये .बीज के अंकुरित होने तक तक मिट्टी में नमी बनाये रखें, पर ध्यान रखें मिट्टी अधिक गीली नहीं होनी चाहिए। या फिर गमले में पानी नही रुकना चाहिए वरना बिज ख़राब हो सकते हैं |आप 12 x 12 इंच के गमले में कम से कम 4 बेबी कॉर्न प्लांट उगा सकते हैं। What is the best fertilizer for roses?

नोट – ध्यान रखें बेबी कॉर्न के बीजों को बहुत करीब लगाने से इनको अधिक पानी और न्यूट्रीशन की आवश्यकता होती है और इससे कम उपज मिल सकती है।17 type free organic fertilizer

बेबी कॉर्न के बीज को अंकुरित होने में लगा समय – Baby Corn Seeds Germination Time In Hindi

मकई अर्थात् बेबी कॉर्न सीड्स को उगने में 7-14 दिन का समय लगता है, लेकिन वातावरण अनुकूल न होने पर बीज अंकुरित होने में अधिक समय भी लग सकता है।

नोट – अत्यधिक कम तापमान होने पर बेबी कॉर्न सीड्स को इनडोर अंकुरित करना चाहिए तथा 16°C से अधिक तापमान हो जाने पर आप गार्डन में सीडलिंग ट्रांसप्लांट कर सकते हैं या बेबी कॉर्न लगे हुए गमले को घर के बाहर या गार्डन में रख सकते हैं।

बेबी कॉर्न के पौधे की देखभाल – Baby Corn Plant Care In Hindi

गार्डन या गमले की मिट्टी में बेबी कॉर्न को बीज से उगाना भुत ही आसान है तथा इसकी सही देखभाल से हमें अच्छे बेबी कॉर्न की फसल प्राप्त हो सकटी हैं। मक्का (बेबी कॉर्न) की देखभाल के लिए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे:

  • बेबी कॉर्न मिट्टी में कम पानी या ज्यादा पानी (अंडरवाटरिंग या ओवर वाटरिंग) को सहन नहीं कर पाते, इसीलिए पौधों को आवश्यकता अनुसार ही पानी देना चाहिए।
  • घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे बेबी कॉर्न के पौधों को तेजी से बढ़ने के लिए डायरेक्ट धूप, हवा और पानी की जरूरत होती है, इसीलिए पौधों को पर्याप्त धूप वाले स्थान पर लगाना चाहिए।
  • बेबी कॉर्न के पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए नियमित रूप से जैविक खाद जैसे- पुरानी गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, हरी खाद इत्यादि देना चाहिए।
  • यदि बेबी कॉर्न प्लांट्स में कीट व रोग दिखाई देते हैं, तो पौधों को बचाने के लिए नीम तेल स्प्रे या उचित पेस्टीसाइड का उपयोग करना चाहिए। आइये जानते हैं बेबी कॉर्न में होने वाली बीमारियों व उनसे बचने के उपाय के बारे में।
  • आप रोजाना गमले में नियमित रूप से पानी डालें।
  • गमले में लगे कटिंग या बीज को आप लगभग 20 दिनों के बाद चेक कर सकती हैं। 
  • ध्यान रहे कि गमले पर सीधी धूप पड़े क्योंकि इस पौधे को धूप, हवा, पानी की जरूरत होती है। 
  • इस गमले की थोड़ी ग्रोथ लगभग 20 से 25 दिनों के बाद होना शुरू होगी और लगभग 90-120 दिनों के बाद आप इसकी कटिंग कर सकते हैं। 
  • पौधे को रोपने के समय फास्फोरस, नाइट्रोजन  और पोटाश को मिट्टी में गोबर की खाद के साथ इस्तेमाल करें। 
  • पौधे में किसी भी तरह की कीटनाशक या रासायनिक युक्त खाद का सीधा इस्तेमाल ना करें।
  • अगर आप पौधे में कीड़ों को लगने से रोकना चाहते हैं, तो नीम के तेल को पानी में घोलकर इसका स्प्रे बनाकर इस्तेमाल करें। 

बेबी कॉर्न में होने वाले रोग व उनका नियंत्रण – Baby Corn Diseases And Their Control In Hindi

गमले की मिट्टी में अधिक नमी होने के कारण बेबी कॉर्न पौधे की पत्तियों व तनों में कई प्रकार के रोग हो सकते हैं, जो पौधे को क्षति पहुंचा सकते हैं। बेबी कॉर्न में होने वाले कुछ मुख्य रोग जो पत्तियों व तनों में देखने को मिलते हैं, निम्न हैं:

  1. लीफ स्पॉट ऑफ़ बेबी कॉर्न (leaf spot of baby corn)
  2. बैक्टीरियल डंठल रोट (bacterial stalk rot), इत्यादि।
  3. एन्थ्रक्नोज (anthracnose)
  4. बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट (bacterial leaf blight)
  5. सर्कोस्पोरा लीफ स्पॉट (cercospora leaf spot)

उपाय – इन रोगों का सही समय पर उपचार न किये जाने पर ये बेबी कॉर्न की उपज को कम कर सकते हैं अथवा इनके प्रभाव से पौधे पूरी तरह मर भी सकते हैं। पौधों को इन रोगों से बचाने के लिए आप नीम तेल या उचित दवा का छिड़काव कर सकते हैं। इसके अलावा आप रोगग्रस्त भागों को पौधे से प्रूनर की मदद से हटा सकते हैं।

बेबी कॉर्न की उपज का समय

बीज लगाने के बाद बेबी कॉर्न सीड्स को अंकुरित होने में लगभग 7-14 दिन का समय लगता है और लगभग 12-15 दिन के बाद ये पौधे 5-7 इंच के हो जाते हैं। पौधे लगे गमले की मिट्टी में समय पर खाद देने तथा उचित देखभाल के साथ बेबी कॉर्न लगभग 2 महीने में तोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं।

अब आप काफी कुछ जान ही चुके होंगे कि, घर पर बेबी कॉर्न के पौधे को कैसे लगाया जाता है और यह कितना आसान भी है, तो आज ही बेबी कॉर्न के बीज लगाने की विधि अपनाकर अपने घर के गार्डन में इसे शुरू करें तथा अच्छी तरह देखभाल के साथ लगभग 2 महीने बाद इन ताजा कोमल और आर्गेनिक बेबी कॉर्न की कटाई कर इनका उपयोग करें।

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क्या गमले में बेबी कॉर्न लगा सकते हैं ?

हा लगा सकते है

बेबी कॉर्न लगाने के लिए कितने बड़े गमले (कंटेनर)की जरूरत पड़ती है ?

बीज को कंटेनर में लगाने के लिए सबसे पहले आप सही कंटेनर और जगह का चयन करें। वह कम से कम 12 इंच (30.5 सेंटीमीटर) चौड़ा और 12 इंच (30.5 सेंटीमीटर) से अधिक गहरा हो। आप 12 x 12 इंच के गमले में क

बेबी कॉर्न किस मौसम में लगाया जाता है ?

साधारणतया बरसात में लोग बेबी कॉर्न की बुवाई करते हैं | वैसे आप होम गार्डन में बेबी कॉर्न के बीज किसी भी मौसम में लगाए जा सकते हैं | बुवाई के लिए तापमान लगभग 22°C – 30°C के मध्य उपयुक्त माना जाता है | लेकिन बेबी कॉर्न की कुछ किस्में ठण्ड के प्रति संवेदनशील होती हैं, इसीलिए ठण्ड का खतरा बीत जाने के बाद जब मिट्टी गर्म हो तब आप बेबी कॉर्न को लगा सकते हैं।

बेबी कॉर्न के बिज उगने में कितना समय लगता है

मकई अर्थात् बेबी कॉर्न सीड्स को उगने में 7-14 दिन का समय लगता है, लेकिन वातावरण अनुकूल न होने पर बीज अंकुरित होने में अधिक समय भी लग सकता है।

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